आजची वात्रटिका
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खतरा धोका
कालबाह्य राष्ट्रवाद,
कार्यकर्त्यांना छळू लागला.
तू चल,मैं आया...
असे म्हणीत,
जो तो बाहेर पळू लागला.
कार्यकर्त्यांना छळू लागला.
तू चल,मैं आया...
असे म्हणीत,
जो तो बाहेर पळू लागला.
बारामतीच्या काकांवर,
प्रसंग तसा बाका आहे !
जे पेरले तेच उगवतेय,
हाच खरा धोका आहे !!
प्रसंग तसा बाका आहे !
जे पेरले तेच उगवतेय,
हाच खरा धोका आहे !!
-सूर्यकांत डोळसे,पाटोदा(बीड)
मोबाईल-9923847269
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फेरफटका-7044
दैनिक झुंजार नेता
22ऑगस्ट2019
मोबाईल-9923847269
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फेरफटका-7044
दैनिक झुंजार नेता
22ऑगस्ट2019
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