आजची वात्रटिका
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नजरबंदी
आपण चष्मा बदलला तरी,
पून्हा तेच दृष्य दिसू लागते !
आपली प्रामाणिक नजर,
आपल्यावरच हसू लागते !!
-सूर्यकांत डॊळसे,पाटोदा(बीड)
मोबाईल-9923847269
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दैनिक वात्रटिका
20म22023
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