आजची वात्रटिका
----------------------------
अपशब्दांचे राजकारण
अपशब्द झाले टॉपशब्द,
तेच आज उधळू लागले
सरावलेल्या कानावरती,
अपशब्द आदळू लागले.
कधी घाव वरवरचे,
कधी घाव गहिरे आहेत!
बोलणाराला वाटत राहते,
ऐकणारे बहिरे आहेत!!
-सूर्यकांत डॊळसे,पाटोदा(बीड)
मोबाईल-9923847269
---------------------------------------
फेरफटका-7783
दैनिक झुंजार नेता
10डिसेंबर2021
No comments:
Post a Comment