आजची वात्रटिका
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विरोधाभास
आज स्वतंत्र होऊनसुद्धा,
गुलामगिरीची ओढ वाटते !
सोन्यासारख्या स्वातंत्र्यात,
जणू पातंत्र्यच गोड वाटते!!
-सूर्यकांत डॊळसे,पाटोदा(बीड)
मोबाईल-9923847269
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फेरफटका-8044
दैनिक झुंजार नेता
17सप्टेंबर2022
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