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चोर बाजार
सावांनाही पश्चाताप व्हावा,
असे अनुभव येऊ लागले.
चोरांसारखे चोरही,
हल्ली प्रतिष्ठा पावू लागले.
कुणी अट्टल दरोडेखोर,
कुणाची चोरी भुरटी आहे!
चोर झाले झाले प्रतिष्ठित,
सावांची नजर चोरटी आहे !!
-सूर्यकांत डॊळसे,पाटोदा(बीड)
मोबाईल-9923847269
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फेरफटका-7875
दैनिक झुंजार नेता
17मार्च 2022
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